Friday, 26 July 2013

भगवान है या नहीं ?


एक आदमी नाई की दुकान में बाल कटवाने गया नाई ने काम करना शुरू किया, दोनों के बीच अच्छी बातचीत शुरू हो गई. उन्होंने विभिन्न विषयों के बारे में बात की . अंततः परमेश्वर के विषय पर बातचीत करने लगे तो नाई ने कहा, "मुझे विश्वास है कि भगवान मौजूद नहीं है."

ग्राहक ने पूछा, "आप ऐसा क्यों कह रहे हैं ?".

"नाई ने कहा कि भगवान मौजूद नहीं है. मुझे बताओ, अगर भगवान मौजूद है, तो बाहर वहाँ इतने सारे लोग बीमार और परेशान क्यों है ? हर तरफ सुख और शांति क्यों नहीं है? अगर भगवान अस्तित्व में है, तो इस दुनिया में न तो दुख और न ही दर्द होगा.

ग्राहक एक पल के लिए सोचने लगा लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया क्योंकि वह एक बहस शुरू नहीं करना चाहता था. नाई ने अपना काम समाप्त किया और ग्राहक दुकान छोड़ चला गया.

बाहर उस व्यक्ति ने एक आदमी को देखा वह लंबे, गंदे बाल और एक गन्दी दाढ़ी के साथ सड़क पर था. वह गंदा और मैला था. ग्राहक वापस नाई की दुकान में गया और फिर नाई से कहा, "तुम्हें पता है क्या? यहाँ नाई मौजूद नहीं है. "

आश्चर्य से नाई ने पूछा, "आप कैसे कह सकते हो?". "मैं यहाँ हूँ, और मैं ही नाई हूं."

"नहीं!" ग्राहक कहा. अगर नाई होते तो वो , वहाँ गंदा लंबे बाल और गन्दी दाढ़ी के साथ कोई आदमी होता ही नहीं. "

"आह, मैं क्या करूँ नाई तो मौजूद है! लेकिन लोग मुझ तक नहीं आते हैं. "

"बिल्कुल सही" ग्राहक की पुष्टि की. "यही बात है! भगवान भी मौजूद है! यही होता है जब लोग उसके पास नहीं जाते मदद के लिए. यही कारण है कि इतना दर्द और दुख दुनिया में है. "

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