Saturday, 11 October 2014

दीपावली व लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त्त (23-10-2014)


              इस वर्ष कार्तिक कृष्ण अमावस्या गुरुवार दिनांक २३ अक्टूबर​, २०१४ ई. को प्रदोष व्यापिनी अमावस्या होने से इसी दिन दिपावली- लक्ष्मी पूजन किया जायेगा । लक्ष्मी पूजन प्रदो युक्त अमावस्या को स्थिर स्थिर नवांश में किया जाना सर्वश्रेष्ठ होता है ।

इस वर्ष लक्ष्मी पूजन का समय निम्न प्रकार रहेगा-
(सभी विवरण जयपुर के अक्षांश​- रेखांश आधारित​, अतः स्थानीय पंचांग से मिला लेना चाहिए।)
प्रदोष काल​- सायं ५:४८ से रात्रि ८:२१ बजे तक ।
वृष लग्न​- रात्रि ७:०७ से ९:०४ बजे तक ।
सिंह लग्न​- मध्यरात्रि बाद १:३७ से ३:५३ बजे तक ।
चौघड़िया मुहूर्त्त​-
अमृत व चर के चौघड़िये- सायं ५:४८ से रात्रि रात्रि ९:०० बजे तक ।
लाभ का- मध्यरात्रि बाद १२:११ से १:४७ बजे तक ।
शुभ व अमृत के- अंतरात ३:२३ से ६:३५ बजे तक ।

# सर्वश्रेष्ठ समय रात्रि ७:१९ से ७:३२ बजे तक, जिसमें प्रदोषकाल​, स्थिर वृष लग्न तथा कुंभ का स्थिर नावांश भी रहेगा ।

भारतवर्ष के कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थलों के दीपावली पूजन मुहूर्त्त​:-

देश की राजनैतिक राजधानी- दिल्ली
प्रदोष काल​- सायं ५:४१ से ८:१५ बजे तक ।
वृष लग्न​- रात्रि ६:५८ से ८:५३ बजे तक ।
सिंह लग्न​- मध्यरात्रि बाद १:३१ से ३:४९ बजे तक ।
अमृत व चर के चौघड़िये- सायं ५:४१ से ८:५३ बजे तक ।

देश की व्यापारिक राजधानी- मुम्ब​ई
प्रदोष काल​- सायं ६:०८ से ८:३८ बजे तक ।
वृष लग्न​- रात्रि ७:३२ से ९:३० बजे तक ।
सिंह लग्न​- मध्यरात्रि बाद १:५८ से ४:०५ बजे तक ।
अमृत व चर के चौघड़िये- सायं ६:०८ से ९:१६ बजे तक ।

गौड़ क्षेत्र​- कोलकाता
प्रदोष काल​- सायं ५:०१ से ७:३२ बजे तक ।
वृष लग्न​- रात्रि ६:२२ से ८:२० बजे तक ।
सिंह लग्न​- मध्यरात्रि बाद १२:५० से ३:०२ बजे तक ।
अमृत व चर के चौघड़िये- सायं ५:०१ से ८:१० बजे तक ।



देश की आध्यात्मिक राजधानी- काशी
प्रदोष काल​- सायं ५:२० से ७:५१ बजे तक ।
वृष लग्न​- रात्रि ६:३९ से ८:३८ बजे तक ।
सिंह लग्न​- मध्यरात्रि बाद १:०९ से ३:२३ बजे तक ।
अमृत व चर के चौघड़िये- सायं ५:२० से ८:३० बजे तक ।


आप सभी को दीपावली की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं...  _/\_

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