Friday, 16 August 2013

कैसे करें भूमि परीक्षा ?

॥ॐतत्सवितुरेण्यं॥
॥ॐश्रीगुरवेनमः॥


# जिस भूमि पर हरे-भरे वृक्ष​, घास आदि हो, भूमि उपजाऊ हो, वह भूमि जीवित है तथा जिस भूमि पर काँटों के वृक्ष-घास हो अथवा भूमि ऊसर हो, वह मृत होती है। जीवित भूमि ग्राह्य है व मृत त्याज्य है।

# जिस भूमि पर किसी तरह के बिल (चींटी-चूहे-साँप आदि) हो, वह भूमि त्याज्य है।

# भूखण्ड के मध्य एक हाथ लम्बा-चौड़ा-गहरा खड्डा खोदें, अब इस खड्डे को इसी मिट्टी से भरें, यदि खड्डा भरने में मिट्टी शेष बचे तो श्रेष्ठ​(सुख​-समृद्धि वर्धक​), पूरी हो तो मध्यम व कम हो तो नेष्ट(सुख-समृद्धि नाशक​) समझें।


आगे कुछ और​...


॥हरिः ॐ तत्सत्॥

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